Friday 31 October 2014

यौवन



मदिरा सी मदमस्त ये यौवन  
अलसाई अलमस्त ये यौवन
होता स्वच्छंद उन्मुक्त ये यौवन
चिंता-फिकर से मुक्त ये यौवन
सुन्दर सुखद अवस्था यौवन
खुशियों से दमकता यौवन
प्रचंड उर्जा से सज्जित यौवन
या आवेग से विचलित यौवन
भोगवृति की लालसा यौवन
या योगी-यति का श्रेष्ठ सा यौवन
समाज राष्ट्र का सपना  यौवन
या दुखद विडंबना यौवन
नव सृजन का कल्पना यौवन
या दुश्वृति का वर्जना यौवन
संस्कारित साधना सा यौवन
या कुवृति का वासना यौवन
बुढ़ापे का पालना है यौवन
या जर्जर सा कामना यौवन
जीवन की उपयुक्त समझ
यौवन सिखलाती है समस्त
भारत का सफलतम यौवन
बना कुशल मार्गदर्शक यौवन
ईश-प्रदत अनुपम उपहार
            क्यों  करे कोई बर्बाद बेकार .         

No comments:

Post a Comment